कोरोना के कहर के बीच इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के 62वें अभियान के तीन एस्ट्रोनॉट 17 अप्रैल, 2020 की सुबह पृथ्वी पर लौटे। नासा के जेसिका मीर, एंड्रयू मॉर्गन और रूसी एजेंसी रॉसकॉसमॉस के ओलेग स्क्रिपोचका 200 से ज्यादा दिनों तक स्पेस में रहे। एक महीने के मेडिकल आब्जर्वेशन में इनका कोरोना टेस्ट भी होगा।
केंद्र सरकार ने कृषि उत्पादों के परिवहन में आसानी के लिए 17 अप्रैल, 2020 को किसान रथ मोबाइल ऐप लॉन्च किया। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि लॉकडाउन में किसानों को कृषि उत्पाद के परिवहन में दिक्कत हो रही है। इस ऐप की मदद से किसान अपने क्षेत्र में मौजूद वाहन बुला सकेंगे। पहले दिन 5 लाख से अधिक वाहन मुहैया कराए गए हैं।
केंद्र सरकार ने अप्रैल से सितंबर तक 6 बार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी करने का फैसला किया है। ये बॉन्ड सितंबर तक 6 किस्तों में जारी किए जाएंगे। ये बैंकों और बड़े डाकघरों से बेचे जा सकेंगे। रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने 20 से 24 अप्रैल के बीच बेचे जाने वाले गोल्ड बॉन्ड की कीमत 4639 रुपये प्रति ग्राम तय की है।
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने रिवर्स रेपो रेट को 4 फीसद से घटाकर 3.75 फीसद कर दिया है, जबकि रेपो रेट को बरकरार रखा है। उन्होंने कहा कि वैश्विक मंदी के अनुमान के बीच भारत की विकास दर अब भी पॉजिटिव रहने का अनुमान है और IMF के मुताबिक यह 1.9 फीसदी रहेगी। आरबीआई ने नाबार्ड, सिडबी और नेशनल हाउसिंग बैंक को 50000 करोड़ की मदद देने का घोषणा किया है। बता दें कि पिछले महीने आरबीआई ने रेपो रेट 75 बेसिस पॉइंट घटाकर 4.4% किया था, जो इसका 15 साल का निम्नतम स्तर है।
पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ को क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका यानी सीएसए का स्थाई डायरेक्टर आफ क्रिकेट बना दिया गया है। वो अगले दो साल के लिए इस पर रहेंगे। पिछले साल दिसंबर में स्मिथ को अस्थाई रूप से यह जिम्मेदारी मिली थी। स्मिथ ने कहा कि मेरी नियुक्ति से स्थिरता आ गई है। अभी काफी कुछ किया जाना बाकी है। इसमें इंटरनेशनल क्रिकेट के साथ ही घरेलू क्रिकेट भी शामिल है।
गार्टनर 2019 डिजिटल कार्यस्थल सर्वेक्षण के अनुसार भारत विश्व का सबसे डिजिटल कुशल देश है। भारत में सबसे बड़ा जेन जेड वर्कफोर्स है, जो डिजिटल तकनीकों का उपयोग करके नए कौशल सीखने के लिए भी इच्छुक है। इस सर्वेक्षण के अनुसार भारत में 67 प्रतिशत डिजिटल वर्कर्स का मत है कि मशीन लर्निंग (एमएल), कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) जैसी उभरती प्रौद्योगिकियां कार्यस्थलों पर दक्षता बढ़ाती है। इस सर्वेक्षण में भारत के बाद ब्रिटेन और अमेरिका का स्थान है।
भारत में रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन (RT-PCR) टेस्ट का उपयोग SARS-CoV-2 वायरस या कोरोना वायरस के परीक्षण के लिए किया जाता है। यह एक महंगी परीक्षण पद्धति है, क्योंकि यह परीक्षण आयातित मशीनों का उपयोग करके किया जाता है और नमूना लेने के बाद परिणाम प्रदान करने में 5 घंटे से अधिक समय लगता है। हाल ही में तिरुवनंतपुरम के श्री चित्रा तिरुनल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने एक नैदानिक किट ‘चित्रा जीन एलएएमपी-एन’ विकसित की है, जो आरटी-एलएएमपी तकनीक का उपयोग करती है। यह कम खर्चीला है और दो घंटे से भी कम समय में परिणाम दे सकता है।
नई दिल्ली स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR), जिसे आमतौर पर पूसा संस्थान के रूप में जाना जाता है ने हाल ही में ‘पूसा परिशोधन और स्वच्छता सुरंग’ विकसित की है। इसमें साबुन और पानी के डिस्पेंसर का उपयोग करके हाथ धोने की व्यवस्था की गई है। इसे पैर से ऑपरेट किया जाता है। जबकि, स्वच्छता सुरंग में क्वाटरनरी अमोनियम कम्पाउंड्स (QAC) का उपयोग किया जाता है।
राष्ट्रीय ग्रामीण विकास व पंचायती राज संस्थान (NIRDPR) ने यूनिसेफ हैदराबाद फील्ड ऑफिस के साथ सहयोग किया है। NIRDPR और यूनिसेफ, हैदराबाद फील्ड कार्यालय की संचार संसाधन इकाई (CRU) ने पंचायती राज संस्थानों, स्वयं सहायता समूहों, राष्ट्रीय सेवा योजना के अधिकारियों और स्वयंसेवकों के लिए स्वच्छता और सामाजिक उपायों के अभ्यास के लिए एक ऑनलाइन कार्यक्रम विकसित किया है।
इंटरनेशनल कमीशन ऑफ ज्यूरिस्ट्स (ICJ), जिसका मुख्यालय स्विट्जरलैंड के जिनेवा में है, ने हाल ही में भारत सरकार को प्रवासी श्रमिकों के न्यूनतम जीवन स्तर को सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी उपाय करने का निर्देश दिया, जो COVID-19 लॉकडाउन से काफी प्रभावित हुए हैं। भारत ने कोरोनोवायरस के प्रसार को रोकने के लिए 25 मार्च से 14 अप्रैल तक राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन घोषित किया और बाद में इसे 3 मई तक बढ़ा दिया गया है।