Coronal Hole : हाल ही में नासा ने सूर्य की सतह पर काले धब्बे वाली एक तस्वीर खींची है जो आंखों और मुस्कान जैसी दिखती है। इन धब्बों को ‘कोरोनल होल’ कहा जाता है, जो पराबैंगनी प्रकाश में देखे जा सकते हैं लेकिन आमतौर पर इन्हें सामान्य आंखों से नहीं देखा जा सकता।
कोरोनल होल के प्रमुख तथ्य
- ये सूर्य की सतह पर ऐसे क्षेत्र हैं जहां से तेज़ सौर हवा अंतरिक्ष में फैलती है।
- इन क्षेत्रों में चुंबकीय क्षेत्र इंटरप्लेटरी स्पेस के लिये खुला होता है, जिससे सौर सामग्री तीव्र धारा और गति के साथ सौर तूफ़ान में परिवर्तित हो जाती है जिसे भू-चुंबकीय तूफान कहा जाता है।
- उनका तापमान कम होता है और वे अपने आसपास की तुलना में काफी गहरे दिखाई देते हैं, क्योंकि उनमें सौर सामग्री कम होती है।
कोरोनल होल कुछ हफ्तों से लेकर महीनों तक रह सकते हैं। - कोरोनल होल कोई अनोखी घटना नहीं है, यह सूर्य के लगभग 11 साल के सौर चक्र में दिखाई देती है।
- कोरोनल होल सौर न्यूनतम (सोलर मिनिमम) के दौरान अधिक अवधि तक हो सकते हैं, एक ऐसी अवधि जब सूर्य पर किसी प्रकार की गतिविधि काफी कम हो जाती है।
- कोरोनल होल्स पृथ्वी के चारों ओर अंतरिक्ष के वातावरण को समझने में महत्त्वपूर्ण हैं जिसके माध्यम से हमारी तकनीक और अंतरिक्ष यात्री को सुविधा होती है।