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क्या है Digital Rupee, कैसे आप कर सकते हैं इस्तेमाल? जानिए हर सवाल का जवाब

E-Rupee

Digital Rupee : आज के इस सूचना युग ने विभिन्न क्षेत्रों को क्रांतिकारी ढंग से प्रभावित करने का काम किया है। इससे पेमेंटिंग क्षेत्र भी अछूता नहीं रहा है। तकनीक के निरंतर होते विकास ने लेनदेन के पारंपरिक स्वरूप को एक डिजिटल रूप दिया है। अब दुनिया कैशलेस इकोनॉमी की ओर बढ़ रही है। ऐसे में भारत भी दुनिया की इस बदलती नब्ज को देखते हुए पीछे नहीं है।

डिजिटल करेंसी (Digital Currency) पर RBI गवर्नर का बयान

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि e-rupee की शुरुआत देश में करेंसी के इतिहास में एक ऐतिहासिक क्षण है। यह बिजनेस करने के तरीके और ट्रांजैक्शन के तरीके को बदल देगा। FICCI के बैंकिंग सम्मेलन – FIBAC 2022 में शक्तिकांत दास ने ये बयान दिया। दास ने कहा कि RBI सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) के सभी पहलुओं का पता लगाना चाहता है।

RBI गवर्नर ने कहा, ‘कल, हमने सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) प्रोजेक्ट का ट्रायल शुरू किया… जहां तक ​​पूरी इकोनॉमी की फंक्शनिंग का संबंध है, यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। रिजर्व बैंक दुनिया के उन कुछ केंद्रीय बैंकों में से एक है, जिसने यह पहल की है।’ उन्होंने कहा, ‘हम निकट भविष्य में CBDC को पूर्ण रूप से लॉन्च करने का प्रयास करेंगे।

क्या है डिजिटल रुपया

हम जिस तरह अपने बैंक अकाउंट बैलेंस को चेक करते हैं। वहीं वॉलेट में जिस तरह पैसों को रखते हैं। कुछ इसी तरह डिजिटल रुपया का भी इस्तेमाल किया जा सकेगा। गौरतलब बात है कि केंद्रीय बैंक द्वारा जारी की गई ये डिजिटल करेंसी ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित होगी। अगर आप ब्लॉकचेन तकनीक के बारे में नहीं जानते हैं। ऐसे में आप नीचे लिंक पर क्लिक करके इस विषय को जान सकते हैं। डिजिटल रुपया को दो तरह से लॉन्च किया जाएगा। इसमें पहला होलसेल ट्रांजैक्शन के लिए होगा, जिसमें आप बड़ी ट्रांजैक्शन को अंजाम दे सकते हैं। इसकी शुरुआत आज यानी 1 नवंबर से हो जाएगी।

ये है E-Rupee लाने का मकसद

CBDC केंद्रीय बैंक द्वारा जारी किए गए मुद्रा नोटों का एक डिजिटल रूप है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आम बजट में वित्त वर्ष 2022-23 से ब्लॉक चेन (Block Chain) आधारित डिजिटल रुपया पेश करने का ऐलान किया था। बीते दिनों केंद्रीय बैंक की ओर से कहा गया था कि RBI डिजिटल रुपया का उद्देश्य मुद्रा के मौजूदा रूपों को बदलने के बजाय डिजिटल करेंसी को उनका पूरक बनाना और उपयोगकर्ताओं को भुगतान के लिए एक अतिरिक्त विकल्प देना है।

ऐसे कर सकेंगे E-Rupee का इस्तेमाल

आरबीआई की ओर पूर्व में शेयर की गई जानकारी के मुताबिक, CBDC (डिजिटल रुपी) एक पेमेंट का मीडियम होगा, जो सभी नागरिक, बिजनेस, सरकार और अन्य के लिए एक लीगल टेंडर के तौर पर जारी किया जाएगा। इसकी वैल्यू सेफ स्टोर वाले लीगल टेंडर नोट (मौजूदा करेंसी) के बराबर ही होगी। देश में आरबीआई की डिजिटल करेंसी (E-Rupee) आने के बाद आपको अपने पास कैश रखने की जरूरत नहीं कम हो जाएगी, या रखने की जरूरत ही नहीं होगी।

अपने मोबाइल वॉलेट में रख सकेंगे

E-Rupee को आप अपने मोबाइल वॉलेट में रख सकेंगे। इसके अलावा यूजर्स इसे बैंक मनी और कैश में आसानी से कन्वर्ट भी करा सकेंगे। सबसे बड़ी बात इस डिजिटल रुपया का सर्कुलेशन पूरी तरह से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नियंत्रण में होगा। डिजिटल करेंसी आने से सरकार के साथ आम लोगों और बिजनेस के लिए लेनदेन की लागत में कमी आएगी। हालांकि, इस डिजिटल करेंसी के आने से देश की मौजूदा भुगतान प्रणालियों में कोई बदलाव नहीं होगा।

इसे इस्तेमाल करना बेहद आसान

आप किसी को भी पेमेंट करने के लिए इस डिजिटल करेंसी (Digital Currency) का इस्तेमाल कर सकते हैं। CBDC इलेक्ट्रॉनिक रूप में अकाउंट में दिखेगा और करेंसी नोट से इसे बदला भी जा सकेगा। ठीक उसी तरह जैसे हम ऑनलाइन अपना बैंक अकाउंट बैलेंस चेक करते हैं या मोबाइल वॉलेट चेक करते है, उसी तरह E-Rupee को इस्तेमाल कर सकेंगे। डिजिटल रुपी को UPI से भी जोड़े जाने की तैयारी है।

डिजिटल रुपया क्रिप्टोकरेंसी से अलग कैसे

गौरतलब बात है कि डिजिटल रूपया क्रिप्टोकरेंसी से बिल्कुल अलग है। क्रिप्टोकरेंसी को किसी प्रकार की कोई संस्था या सरकार मॉनिटर नहीं करती है। बाजार के व्यवहार के कारण इनकी वैल्यू तेजी से ऊपर नीचे होती है। वहीं भारत की डिजिटल करेंसी पूरी तरह आरबीआई द्वारा रेगुलेट की जाएगी। इसमें बिटकॉइन की तरह क्वांटिटी की सीमा भी नहीं होगी। डिजिटल रुपया के माध्यम से आप रोजमर्रा की लेनदेन भी आसानी से कर सकेंगे।

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