भारत की हरनाज़ संधू (Harnaaz Sandhu) ने मिस यूनिवर्स (Miss Universe 2021) का खिताब जीता। गौरतलब है कि 21 साल बाद किसी भारतीय ने यह खिताब जीता है। मिस यूनिवर्स 2021 हरनाज कौर संधू आज दुनिया के लिए वो नाम बन गई हैं, जो इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। पंजाब में गुरदासपुर जिले के छोटे से गांव, कोहाली में जन्मी हरनाज कौर का मिस यूनिवर्स के क्राउन तक का सफर बेहद खास और प्रेरणा से ओतप्रोत रहा है।
भारत को इससे पहले अंतिम बार मिस यूनिवर्स का खिताब 12 मई 2000 को मिला था। तब भारत की लारा दत्ता विश्व सुंदरी बनी थीं। उस समय हरनाज कौर महज 50 दिन की थीं। अब 21 साल बाद, 21 साल की हरनाज संधू ने फिर से भारत को यह ताज दिलवाया है।
हरनाज कौर गुरदासपुर जिले के जिस कोहाली गांव में पैदा हुईं, उसकी आबादी सिर्फ 1393 है। इतने छोटे से गांव से निकलकर पूरी दुनिया पर छा जाना अपने आप में एक खास अहसास है, जिसे सिर्फ हरनाज ही महसूस कर सकती हैं।
हरनाज कौर संधू मिस इंडिया 2019 के फिनाले तक पहुंची थीं और अब उन्होंने मिस यूनिवर्स का 70वां क्राउन जीता। वे मिस यूनिवर्स-2021 बनी हैं। 21 साल की हरलीन कौर ने 21 साल बाद भारत को क्राउन दिलाया है। इससे पहले, साल 1994 में सुष्मिता सेन और 2000 में लारा दत्ता ने यह खिताब जीता था। ऐसे में भारत ने तीसरी बार क्राउन जीता। मिस यूनिवर्स 2021 का फिनाले 12 दिसंबर को इजराइल में हुआ। बॉलीवुड एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला भी कॉन्टेस्ट के जज पैनल में शामिल रहीं।
हरनाज कौर ने बतौर मॉडल करियर की शुरुआत की थी। वे पढ़ाई करने के साथ-साथ एक्टिंग भी करती हैं। वे कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं। ‘यारा दियां पू बारां’ और ‘बाई जी कुट्टांगे’ फिल्मों में उन्हें देखा जा सकता है। हालांकि, वे जज बनना चाहती हैं और अभी पढ़ाई जारी है।
मिस यूनिवर्स बनने से पहले हरनाज कई खिताब अपने नाम कर चुकी हैं। हरनाज ने साल 2017 में टाइम्स फ्रेश फेस मिस चंडीगढ़, साल 2018 में मिस मैक्स इमर्जिंग स्टार, साल 2019 में फेमिना मिस इंडिया पंजाब जीता और अब साल 2021 में मिस यूनिवर्स इंडिया का टाइटल जीतकर परिवार और देश का सम्मान बढ़ाया है। हाल ही में कॉलेज के सालाना पुरस्कार वितरण समारोह में हरनाज को दीवा ऑफ कॉलेज अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स कर रही हरनाज संधू ने बताया कि वह योगा और मेडिटेशन बहुत करती हैं। उनके मिस यूनिवर्स बनने में भी इन दोनों का बड़ा रोल रहा। मेंटल हेल्थ के बारे सजग रहकर ही वह इस मुकाम तक पहुंच पाईं।
हरनाज खुद बेशक चंडीगढ़ से रहती हों, मगर उनका परिवार खेती-बाड़ी से जुड़ा रहा है। देश में चल रहे किसानों के मसले पर पिछली बार चंडीगढ़ आई हरनाज ने कहा था कि अगर सरकार और किसान बात करके इस मसले को सुलझा लेते हैं तो यह सबसे बेहतर विकल्प होगा।