Kartarpur Corridor : केंद्र सरकार ने श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व से पहले करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) खोलने का घोषणा कर दिया। लगभग 20 महीने बाद खुलने वाले करतारपुर कॉरिडोर के जरिये पाकिस्तान जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोरोना गाइडलाइंस का पालन करना अनिवार्य होगा। उन्हें कोरोना वैक्सीनेशन की दोनों डोज लगे होने का सर्टिफिकेट या 72 घंटे से कम समय की RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट देनी होगी। भारत सरकार के कॉरिडोर खोलने की घोषणा के बाद पाकिस्तान सरकार ने इसे लेकर गाइडलाइंस जारी कर दी।
अब तक की गाइडलाइंस के अनुसार करतारपुर साहिब की वीजा फ्री यात्रा के लिए भारत का कोई भी 13 से 75 साल का नागरिक या अप्रवासी भारतीय आवेदन कर सकता है। इसके लिए ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा। पंजीकरण के बाद नोटिफिकेशन प्राप्त होगा और यात्रा के लिए 20 डॉलर यानी लगभग 1400 रुपए की फीस देनी होगी।
करतारपुर साहिब सिखों का पवित्र तीर्थ स्थान है। यह सिखों के पहले गुरु गुरु नानकदेव का निवास स्थान है और यहीं वह ज्योति लीन हुए। बाबा नानक ने अपनी जिंदगी के आखिरी 17-18 साल यहीं गुजारे। करतारपुर साहिब पाकिस्तान के नारोवाल जिले में है और यह इंटरनेशनल बॉर्डर से 4 किमी अंदर है। भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के समय यह स्थान सरहद के उस तरफ चला गया। कॉरिडोर बनने से पहले तक भारतीय सिख श्रद्धालु डेरा बाबा नानक में बॉर्डर के पास लगी दूरबीन के जरिये इस गुरुघर के दर्शन करते थे।
ट्रेनों को मिलेगा ‘सात्विक प्रमाणपत्र’ (sattvik certificate)