Sahel Crisis
अफ्रीका का साहेल संकट (Sahel Crisis) क्या है?
November 15, 2021
Starlink
स्टारलिंक (Starlink) ने उपग्रहों से जुड़ने के लिए डिश लॉन्च की
November 15, 2021
Show all

केरल के वायनाड में नोरोवायरस (Norovirus) की पुष्टि हुई

Norovirus

केरल के वायनाड जिले में नोरोवायरस (Norovirus) के पहले मामले की पुष्टि हुई है।

ये हैं खास बातें

  • नोरोवायरस एक पशु जनित रोग है। यह दूषित पानी और भोजन के माध्यम से फैलता है।
  • मामले की पुष्टि के बाद, स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने दिशानिर्देश जारी किए और लोगों से इसके लिए सतर्क रहने का आग्रह किया।
  • लोगों को निवारक गतिविधियों को तेज करने और बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए निर्देशित किया गया है।

नोरोवायरस क्या है?

नोरोवायरस वायरस का एक समूह है, जो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल बीमारी का कारण बनता है। यह वायरस पेट और आंतों की परत में सूजन, गंभीर उल्टी और दस्त का कारण बनता है। स्वस्थ लोगों पर इस वायरस का कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता है। हालांकि, यह बुजुर्गों, छोटे बच्चों और अन्य सह-रुग्णता (comorbidities) वाले लोगों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।

यह बीमारी कैसे फैली?

यह वायरस बहुत आसानी से और तेजी से फैलता है। यह संक्रमित लोगों से दूसरे लोगों में फैलता है जब सीधा संपर्क होता है, साथ ही दूषित खाद्य पदार्थों और सतहों के माध्यम से भी फैलता है। यह इस बीमारी की शुरुआत के बाद दो दिनों तक फैल सकता है। इस तरह का प्रकोप अक्सर नवंबर से अप्रैल के बीच होता है।

नोरोवायरस के लक्षण

नोरोवायरस के सामान्य लक्षणों में पेट दर्द, दस्त, बुखार, उल्टी, सिरदर्द, मतली और शरीर में दर्द शामिल हैं।

दिशा-निर्देश

गाइडलाइंस के मुताबिक संक्रमित लोगों को घर पर आराम करना चाहिए और ORS का घोल और उबला हुआ पानी पीना चाहिए।
एक निवारक कदम में, लोगों को अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ-साथ आसपास पर्यावरणीय स्वच्छता का उचित ध्यान रखना चाहिए।
जानवरों के संपर्क में आने वाले लोगों को विशेष ध्यान देने की सलाह दी गई है।

यह भी पढ़ें

Urban Air Mobility Vehicles (UAM) : दक्षिण कोरिया में हवाई टैक्सियों को नियंत्रित करने के लिए परीक्षण

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *