Indian Unicorns : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में इस साल सरकार द्वारा शुरू किए गए सुधारों की एक श्रृंखला के आधार पर 28 यूनिकॉर्न कंपनियां या स्टार्टअप्स शामिल हुई हैं जिनका मूल्य 1 बिलियन डॉलर से अधिक है।
भारतीय निजी इक्विटी और वेंचर कैपिटल एसोसिएशन (IVCA) ने वित्त मंत्री के हवाले से दिए गये अपने एक बयान में कहा है कि उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) ने पूरे भारत के जिलों में 56,630 से अधिक स्टार्टअप को मान्यता दी है। “भारतीय स्टार्टअप कंपनियों से अब तक 65 यूनिकॉर्न्स उभरे हैं, जिनमें से 28 यूनिकॉर्न्स वर्ष, 2021 में बने हैं।
‘स्टार्टअप’ पहले चरण में संचालित होने वाली एक ऐसी कंपनी को कहा जाता है जो किसी नए या यूनिक बिजनेस आईडिया के मुताबिक अपना प्रोडक्शन शूरू करती है या फिर, अपने कस्टमर्स को कोई यूटिलिटी सर्विस उपलब्ध करवाती है। कोई भी स्टार्टअप कंपनी अक्सर एक या एक से अधिक उद्यमियों द्वारा शुरू की जाती है और जिसका उद्देश्य कस्टमर्स की प्रोडक्ट बेस्ड या डेली लाइफ की अन्य अनेक नीड्स के मुताबिक अपना प्रोडक्शन कारोबार शुरू करना या अपने कस्टमर्स को कोई एसेंशियल सर्विस उपलब्ध करवाना होता है। भारत में इस समय लगभग 57 हजार स्टार्टअप कंपनियां है जिनमें से 65 स्टार्टअप्स अब तक यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हो चुके हैं।
यूनिकॉर्न ऐसी स्टार्टअप कंपनियों को कहा जाता है जिनका मूल्यांकन एक अरब डॉलर (करीब 7,200 करोड़) या उससे अधिक होता है।
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