Cryptocurrency : अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने ‘Global Financial Stability Report’ नामक अपनी रिपोर्ट जारी की है, जिसमें बताया गया है कि डिजिटल मुद्रा संपत्ति कैसे वित्तीय स्थिरता चुनौती पेश करती है।
अपनी रिपोर्ट में, IMF ने इस बात पर प्रकाश डाला कि, क्रिप्टो परिसंपत्ति प्रौद्योगिकियां तेजी से और सस्ते सीमा पार भुगतान के लिए एक संभावित उपकरण हैं। इन तकनीकों का उपयोग करके, बैंक जमा को एक स्थिर सिक्के में परिवर्तित किया जा सकता है, जिससे डिजिटल प्लेटफॉर्म से वित्तीय उत्पादों तक त्वरित पहुंच की अनुमति मिलती है। यह तत्काल मुद्रा रूपांतरण की भी अनुमति देता है। IMF के अनुसार, विकेंद्रीकृत वित्त अधिक समावेशी नवीन और पारदर्शी वित्तीय सेवाओं के लिए एक मंच बन सकता है।
यह एक डिजिटल परिसंपत्ति है जो विनिमय के एक माध्यम के रूप में काम करती है जहां कम्प्यूटरीकृत डेटाबेस के रूप में अलग-अलग सिक्के के स्वामित्व के रिकॉर्ड को बही में संग्रहीत किया जाता है। ये रिकॉर्ड एक मजबूत क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करके संग्रहीत किए जाते हैं ताकि लेनदेन रिकॉर्ड को सुरक्षित किया जा सके।
बिटकॉइन (Bitcoin) 2009 में ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में जारी की गयी पहली क्रिप्टोकरेंसी है। यह पहली विकेन्द्रीकृत क्रिप्टोकरेंसी (decentralized cryptocurrency) है।