दिल्ली विश्वविद्यालय, भारत वन्यजीव संस्थान और उत्तर कैरोलीना म्यूजियम ऑफ नैचुरल साइंस, अमेरिका के जीव विज्ञानियों की एक टीम ने अरुणाचल प्रदेश की आदि पहाड़ियों में मेंढकों की नई प्रजाति की खोज की है। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है।
आदि जल प्रपात मेंढक (Amolops adicola)
जल प्रपात (कास्केड) मेंढकों की नई प्रजाति का नाम आदि पहाड़ियों के नाम पर आदि जल प्रपात मेंढक (एमोलोप्स आदिकोला) रखा गया है। ये पहाड़ियां राज्य के हिमालयी क्षेत्र के लोगों के स्वदेशी समूह ‘आदि’ जनजातियों का घर है। आदि का शाब्दिक अर्थ ‘पहाड़ी’ या ‘पहाड़ की चोटी’ है। ऐतिहासिक रूप से इस क्षेत्र को ‘अबोर हिल्स’ के नाम से भी जाना जाता था। बयान में बताया गया है कि मेंढकों की नई प्रजाति की खोज ‘जर्नल ऑफ नैचुरल हिस्ट्री’, लंदन में प्रकाशित की गई है। यह खोज तब की गई जब जीव विज्ञानियों ने पिछले पांच वर्षों में पूर्वोत्तर भारत से मध्यम से बड़े आकार के जल प्रपात मेंढकों के एक समूह की जांच की।
Introducing Amolops adicola – A #newspecies of Cascade #frogs discovered from the Adi Hills (also known as Abor Hills) of #ArunachalPradesh #India
Published in the Journal of Natural History, along with co-authors Naitik Patel, Sonali Garg, Abhijit Das and Bryan Stuart pic.twitter.com/aQbPRb2kdq
— SD Biju (@SDBiju1) August 19, 2021
छोटे झरनों या जल प्रपातों में रहते हैं ये मेंढक
भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून के डॉ अभिजीत दास ने बताया कि नई प्रजाति की खोज 2018 में सदियों पुरानी आदि खोजयात्रा की समीक्षा के दौरान की गई थी और इसका नाम अरुणाचल प्रदेश में आदि जनजाति की भूमि के नाम पर रखा गया था, जहां यह प्रजाति विशेष रूप से मॉनसून का मौसम बीत जाने के बाद रहती है। अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक, ‘कास्केड मेंढकों’ का यह नाम इसलिए रखा गया है क्योंकि वे पहाड़ी इलाकों में बहने वाले छोटे झरनों या जल प्रपातों में रहना पसंद करते हैं।