भारत और अमेरिका जून, 2021 के अंतिम सप्ताह में पैसेज नेवल अभ्यास (Passage Naval Exercise) आयोजित करने जा रही हैं। भारतीय नौसेना अमेरिकी नौसेना के रोनाल्ड रीगन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (Ronald Reagan Carrier Strike Group) के साथ अभ्यास में भाग लेने के लिए समुद्री गश्त वाले पोत और अन्य विमान ले जाएंगे। Passex भारतीय और अमेरिकी नौसेनाओं के बीच नियमित अभ्यास का हिस्सा है।
यह द्विपक्षीय और बहुपक्षीय प्रारूप एक खुली, समावेशी और नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की प्रतिबद्धता सुनिश्चित करने में दोनों नौसेनाओं के साझा मूल्यों को रेखांकित करता है।
ये हैं खास बातें
भारतीय नौसेना ने अक्टूबर, 2020 में यूएसएस रोनाल्ड रीगन (USS Ronald Reagan) के साथ Passex अभ्यास में भाग लिया और बाद में भारतीय नौसैनिक जहाजों ने यूएसएस निमित्ज़ (USS Nimitz) के साथ एक और Passex अभ्यास में भाग लिया। सितंबर 2020 में अमेरिकी नौसेना का P-8A लंबी दूरी का समुद्री गश्ती विमान भी द्विपक्षीय लॉजिस्टिक्स सहायता समझौते के तहत पहली बार ईंधन भरने के लिए अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर में उतरा था।
रोनाल्ड रीगन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (Ronald Reagan Carrier Strike Group)
यह वर्तमान में अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी के लिए सहायता प्रदान करने के लिए मध्य पूर्व जा रहा है। इससे पहले जून में, रोनाल्ड रीगन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप दक्षिण चीन सागर के विवादित जलक्षेत्र में था जहां उसने सिंगापुर की नौसेना के साथ अभ्यास किया था।
क्या है इसका उद्देश्य
भारत-अमेरिका Passex अभ्यास दो दिवसीय अभ्यास है जिसका उद्देश्य समुद्री ऑपरेशन में व्यापक रूप से एकीकृत और समन्वय करने की क्षमता का प्रदर्शन करके द्विपक्षीय संबंधों और सहयोग को मजबूत करना है।