चीनी सरकार ने अपने नागरिकों के लिए बच्चों के जन्म को लेकर लगाए गए प्रतिबंधों में ढील दे दी है। पहले देश में अधिकतम दो बच्चों को जन्म देने की इजाजत थी, लेकिन अब अधिकतम बच्चों की संख्या बढ़ाकर तीन कर दी गई है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अध्यक्षता में एक पोलित ब्यूरो की बैठक के दौरान बदलाव को मंजूरी दी गई।
चीन में 31 मई 2021 को यह घोषणा की गई कि अब देश के प्रत्येक दंपत्ति को दो नहीं बल्कि तीन बच्चों को जन्म देने की अनुमति होगी। सरकार ने यह कदम घटती प्रजनन दर में सुधार लाने और वर्कफोर्स की संख्या में आ रही गिरावट को रोकने के लिए उठाया है। साल 2019 में चीन में प्रसव दर लगभग छह दशकों में सबसे निचले स्तर पर आ गई थी।
यह फैसला क्यों लिया गया?
यह फैसला तब लिया गया है जब हाल ही में चीन की जनसंख्या के आंकड़े सार्वजनिक किए गए थे जिसमें पता चला था कि उसकी जनसंख्या बीते कई दशकों में सबसे कम रफ़्तार से बढ़ी है। इसके बाद चीन पर दबाव बढ़ा कि वह जोड़ों को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रेरित करे और जनसंख्या की गिरावट को रोके।
जानें, वन-चाइल्ड पॉलिसी के बारे में
वन-चाइल्ड पॉलिसी के कारण देश में लिंग अनुपात में बड़ा अंतर सामने आया है। आंकड़ों के अनुसार, साल 2010 से 2020 के बीच चीन में जनसंख्या बढ़ने की रफ्तार 0.53 प्रतिशत थी। जबकि साल 2000 से 2010 के बीच ये रफ्तार 0.57 प्रतिशत पर थी। यानी पिछले दो दशकों में चीन में जनसंख्या बढ़ने की रफ्तार कम हो गई है।
सबसे ज्यादा आबादी वाला देश
आंकड़ों में बताया गया कि साल 2020 में चीन में केवल 12 मिलियन बच्चे पैदा हुए, जबकि 2016 में ये आंकड़ा 18 मिलियन था। यानी चीन में साल 1960 के बाद बच्चों के पैदा होने की संख्या भी सबसे कम पर पहुंची। चीन इस समय भी विश्व में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है और उसके बाद भारत का स्थान आता है।
हर 10 साल पर राष्ट्रीय जनगणना
चीन 1990 के दशक से हर 10 साल पर राष्ट्रीय जनगणना कराता है। नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, देश की जनसंख्या 2010 के मुकाबले 5.38 प्रतिशत या 7.206 करोड़ बढ़कर 1.41178 अरब हो गई है।
चीन ने जारी किए जनसंख्या के आंकड़े
हाल ही में चीन ने अपनी जनसंख्या के आंकड़े जारी किए थे। इसके मुताबिक, पिछले दशक में चीन में बच्चों के पैदा होने की रफ्तार का औसत सबसे कम था। इसका मुख्य कारण चीन की टू-चाइल्ड पॉलिसी को बताया गया। आंकड़ों में बताया गया कि साल 2020 में चीन में केवल 12 मिलियन बच्चे पैदा हुए, जबकि साल 2016 में ये आंकड़ा 18 मिलियन था।
पहले भी बदली थी नीति
चीन ने 1979 में तेजी से बढ़ती जनसंख्या दर को धीमा करने के लिए एक बच्चा पैदा करने की नीति (One-Child Policy) की शुरुआत की थी। इसके बाद देश में बुजुर्गों की आबादी बढ़ने और वर्कफोर्स घटने के डर से साल 2016 में इसे बदल कर दो बच्चे पैदा करने की अनुमति दे दी थी। फिर भी उम्मीद के अनुसार परिणाम नहीं मिलने पर चीन की सरकार ने एक बार फिर इस नीति को बदलकर 3 बच्चों की अनुमति दे दी है।