भारतीय मूल के कनाडाई फाइटर अर्जन सिंह भुल्लर (Arjan Singh Bhullar) ने हाल ही में इतिहास रच दिया। अर्जन भुल्लर शीर्ष स्तर के मिक्स्ड मार्शल आर्टस (एमएमए) प्रमोशन में विश्व खिताब जीतने वाले पहले भारतीय मूल के फाइटर बन गए। इस जीत के साथ अर्जन ने फिलिपींस मूल के अमेरिकी वेरा का पांच साल से चला आ रहा वर्चस्व तोड़ दिया। वे ब्रैंडन वेरा को हराकर सिंगापुर की वन चैंपियनशिप में हैवीवेट विश्व चैंपियन बने। अर्जन भुल्लर ने इस मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया। खासतौर से दूसरे दौर में तो शुरू से ही दबदबा बनाया और मुकाबला जीत कर ही दम लिया।
ब्रैंडन वेरा ने क्या कहा?
ब्रैंडन वेरा ने मैच के बाद कहा कि यह मेरे अब तक के करियर में पहली बार है कि मुझे पहले दौर में पिछड़ने का अहसास हुआ। मैं फिट हूं और लगातार ट्रेनिंग ले रहा हूं। हम विश्व के सर्वश्रेष्ठ लोगों के साथ काम कर रहे हैं, यह मेरे लिए नया है।
अर्जन भुल्लर के बारे में जानें
पहलवान अर्जन भुल्लर ने साल 2010 में दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण पदक जीता था। वे साल 2012 में लंदन में ओलंपिक में कनाडा का प्रतिनिधित्व करने वाले पहले भारतीय मूल के फ्रीस्टाइल पहलवान बने। उन्होंने अपने कुश्ती करियर के बाद जब यूएफसी (UFC)-215 में लुइस एनरिग बारबोसा डी ओलिवेरा के खिलाफ अपना UFC डेब्यू किया और जीत दर्ज की तो वह ऐसा करने वाले भारतीय मूल के पहले फाइटर बन गए थे। 35 साल के अर्जन भुल्लर ने छोटी उम्र से ही पहलवानी शुरू कर दी थी। वे लगातार पांच साल तक कनाडा की राष्ट्रीय टीम का हिस्सा रहे। साल 2008 से 2012 तक 120 किलोग्राम वजन वर्ग में लगातार चैंपियन बनते रहे। उन्होंने साल 2007 में पैन अमरीका खेलों में कनाडा का प्रतिनिधित्व करते हुए 120 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता था।