कोरोना (Corona) के कम गंभीर मरीजों के इलाज में अब जायडस केडिला (Zydus Cadila) की विराफिन दवा का प्रयोग हो सकेगा। इसे दवा नियामक संस्था ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DGCI) ने 23 अप्रैल इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दी है। कंपनी का कहना है कि शुरुआत में इस दवा का इस्तेमाल करने से कोविड19 मरीजों की तेज रिकवरी होगी और स्थिति गंभीर होने से रोका जा सकेगा। जायडस के अनुसार विराफिन द्वारा ईलाज किए गए वयस्क रोगी 7 दिनों में आरटी.पीसीआर (RTPCR) का उपयोग कर चेक करने पर नकारात्मक (Negative) पाए गये।
विराफिन डीएनए (DNA) प्लास्मिड पर आधारित वैक्सीन है। जो एंटीजन कोडित डीएनए अनुक्रम को प्रतिरक्षित कोशिकाओं में परिवर्तित करके निर्मित किया जाता है। एंटीजन एक प्रतिरक्षा प्रणाली होता है जो एंटीबॉडी के रूप में कार्य करता हैं।
डीजीसीआई (DGCI) दवाओं और चिकित्सा उपकरणों को नियंत्रित करने वाली प्रमुख संस्था है। इसी संस्था के द्वारा भारत में दवाओं के विनिर्माण, आयात, बिक्री और वितरण के लिए नियम/मानक बनाएं जाते है। डीजीसीआई के वर्तमान निदेशक वेणुगोपाल गिरधारी लाला सोमानी है।
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