फायर सीजन में प्राय: आग लगने की घटना होती है, यह आग अक्सर बड़ें जंगलों, बड़े क्षेत्रों को तबाह कर देती है इसलिए इसे फायर सीजन कहा जाता है। वन एवं अग्निशमन विभाग इस सीजन के दौरान लोगों को जागरुक भी करता है। अग्निशमन एवं केन्द्र तथा राज्य के आपदा विभाग इस सीजन में अलर्ट पर रखें जाते है।
इस सीजन का समय अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग होता है। जैस— उत्तराखंड में 15 फरवरी से 15 जून तक फायर सीजन का समय माना जाता है।
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