नरेन्द्र मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेवाई) की शुरूआत की थी। इस योजना के तहत देश के गरीबों का खाता जीरो बैलेंस पर बैंक, पोस्ट ऑफिस में खोला जाता है। देश में 31 मार्च 2021 तक 42 करोड़ से अधिक जन धन खाते खुल चुके हैं। वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष यानी 2020-21 में सरकारी बैंकों ने तीन करोड़ जन धन खाते खोले। वहीं निजी बैंकों ने सिर्फ 55 हजार खाते खोले।
सरकार के नियमों के मुताबिक एक व्यक्ति का एक ही जन धन खाता हो सकता है। ऐसे में कोई व्यक्ति दूसरा खाता खुलवाने जाता है तो दस्तावेज से तुरंत यह जानकारी मिल जाती है कि पहले से किसी दूसरे बैंक में जन धन खाता खुला हुआ है। इस स्थिति में बैंक जन धन खाता नहीं खोलते।
प्रधानमंत्री जन-धन योजना (पीएमजेडीवाई) राष्ट्रीय वित्तीय समावेशन मिशन है जो वित्तीय सेवाओं जैसे— बैंकिंग/बचत तथा जमा खाते, विप्रेषण, ऋण, बीमा, पेंशन तक पहुंच सुनिश्चित करता हो। खाता किसी भी बैंक शाखा अथवा व्यवसाय प्रतिनिधि (बैंक मित्र) आउटलेट में खोला जा सकता है। पीएमजेडीवाई खाता जीरो बैलेंस के साथ खोला जाता है।
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