अब एग्रीकल्चर/कृषि की पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स पढ़ाई के साथ कमाई भी कर सकेंगे। मिट्टी नमूनों की हर जांच पर कृषि विभाग के स्टूडेंट्स को पैसे मिलेगा। कृषि विभाग ने बिहार के दोनों कृषि विश्वविद्यालय के साथ यह समझौता किया है। कृषि वैज्ञानिक इस बात की पुष्टि कर चुके है कि बिहार में अच्छी फसल के लिए मिट्टी जांच करवाना सरकार और किसान दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण काम रहा है।
लेकिन अब यह काम आसान होने वाला है। अब मिट्टी नमूनों की जांच के काम में कृषि विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स सरकार का साथ देंगे। इसके तहत कृषि विभाग ने बिहार एग्रीकल्चर विश्वविधालय सबौर और डॉ. राजेन्द्र प्रसाद सेन्ट्रल एग्रीकल्चर विश्वविधालय के साथ समझौता करने की कयावद शुरू कर दी है। मई तक यह समझौता कार्यरुप में लागू हो सकता है।
कृषि विभाग ने इस साल 5 लाख मिट्टी हेल्थ कार्ड जारी करने का फैसला लिया है। इतने बड़े पैमाने पर मिट्टी की जांच विभाग के लिए चुनौती है। इसी चुनौती से निपटने के लिए विभाग ने एग्रीकल्चर स्टूडेंट्स को इस अभियान से जोड़ने का फैसला लिया है। अभियान के तहत हर मिट्टी नमूने जांच के लिए स्टूडेंट्स को 40 रुपए मिलेंगे। इस काम से ना केवल स्टूडेंट्स को अनुभव की प्राप्ति होगी बल्कि उन्हें उनकी मेहनत के स्वरूप प्रोत्साहन राशि भी मिलेगी।
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