1 जुलाई 2017 को भारत में 17 से ज्यादा अप्रत्यक्ष कर को हटाकर गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स यानी GST लागू किया गया था। मार्च 2021 में GST कलेक्शन रिकॉर्ड 1,23,902 करोड़ रुपए रहा है। GST की शुरुआत से लेकर अब तक किसी महीने में ये सबसे ज्यादा कलेक्शन है। इसके अलावा यह पहली बार है, जब लगातार 6 महीने तक GST कलेक्शन 1 लाख करोड़ से ऊपर रहा है।
जीएसटी का हिन्दी माल और सेवा कर परिषद होता है। यह परिषद वित्त मंत्रालय के अधीन होता है। सर्वाधिक जीएसटी महाराष्ट्र राज्य से मिलता हैं। राज्यों में सबसे कम जीएसटी नागालैंड राज्य से मिलता है।
दूध, दही, गेंहू, चावल, शहद, अखबार, मांस, मछली, सैनेटरी नैपकिन इत्यादि पर जीएसटी नहीं लगता। काजू किशमिश, चाय, कॉफी, अगरबत्ती इत्यादि पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगता है। अचार, मुरब्बा, चटनी, नोटबुक, एलईडी इत्यादि पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगता है।
मिनरल वॉटर, साबुन, टुथपेस्ट, सीसीटीवी, हेलमेट इत्यादि पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगता है। आटोमोबाइल्स, पान मसाला, सीमेंट, पर्सनल उपयोग के एयरक्राफ्ट इत्यादि पर 28 प्रतिशत लगता है।
वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) एक अप्रत्यक्ष कर है जिसे 1 जुलाई 2017 को भारत में लागू किया गया था। जो केंद्रीय और राज्य सरकारों द्वारा लगाए गए कई करों को समाप्त कर एक कर के रुप में था। इसे संविधान के (101वें संशोधन) अधिनियम 2017 के रूप में पेश किया गया था।
संविधान के (101वें संशोधन) अधिनियम 2017 और संविधान के 122 वें संशोधन कानून विधेयक के पारित होने के बाद GST, जीएसटी परिषद द्वारा शासित है और इसके अध्यक्ष भारत के वित्त मंत्री हैं।
ये भी पढ़ें— RBI : एक देश एक लोकपाल की राह पर आरबीआई, जानें क्या होगा फायदा
ये भी पढ़ें— GST: राजस्व कमी से निपटने के लिए केन्द्र ने राज्यों को 6000 करोड़ रुपये जारी किये, जानें जीएसटी से जुड़े तथ्य
ये भी पढ़ें— International Women’s Day 2021 : खेल जगत की 5 महिला सितारें, जिन्होंने विश्व में भारत का परचम लहराया
ये भी पढ़ें— Sahitya Akademi Award : साहित्य अकादमी पुरस्कार 2020 के विजेताओं की पूरी सूची, हर एक अपडेट