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संसद के उच्च सदन और निम्न सदन की कार्यवाही का लाइव प्रसारण करने वाले राज्यसभा टीवी और लोकसभा टीवी का अब अलग-अलग अस्तित्व नहीं रहेगा। इन दोनों का विलय/मर्ज करके संसद टीवी कर दिया गया है। इसका मतलब है कि अब दोनों सदनों की कार्यवाही संसद टीवी पर देखी जा सकेगी। इतना ही नहीं, इसी नए प्लेटफॉर्म पर हिन्दी और अंग्रेजी में करेंट अफेयर्सस से जुड़े कार्यक्रम भी होंगे।

योजना का प्रस्ताव

यह योजना 2019 में प्रसार भारती के सीईओ सूर्य प्रकाश की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ समिति द्वारा प्रस्तावित की गई थी और इसका उद्देश्य लागत में कटौती करना, चैनल के प्रबंधन को सुव्यवस्थित करना और दर्शकों और विज्ञापनदाताओं के लिए इसे अधिक आकर्षक प्रोडक्ट बनाने के लिए सामग्री को फिर से जोड़ना है। लोकसभा और राज्यसभा टीवी दोनों लाभ कमाने वाली संस्थाएं थीं और चैनलों ने मुख्य रूप से सार्वजनिक क्षेत्र के दिग्गजों और केंद्रीय मंत्रालयों से विज्ञापन प्राप्त किए।

अब योजना के अनुसार

नई योजना के मुताबिक, संसद टीवी संसद के दोनों सदनों की लाइव कार्यवाही के सुचारू प्रसारण के लिए संसद टीवी के पास दो मंच या चैनल होंगे। अवकाश के दौरान अंग्रेजी और हिंदी में करंट अफेयर्स चैनल चलाने या सिर्फ एक चैनल को बंद करने और दूसरे पर प्रोग्राम चलाने का विकल्प होगा।

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रवि कपूर CEO

रिटायर आईएएस अधिकारी रवि कपूर को अगले आदेश तक या एक साल के लिए संसद टीवी का चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (सीईओ) बनाया गया है।

एक नजर में

राज्यसभा टीवी ने तालकटोरा रोड पर अपने कार्यालय और स्टूडियो के लिए किराए पर 10-12 करोड़ रुपये खर्च किए। संसद टीवी के लिए नया पता महादेव रोड पर एक छोटा सा बंगला होगा।

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