भारत दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) के सदस्य देशों के साथ वर्चुअल स्वास्थ्य सचिव स्तर की बैठक की मेजबानी करेगा। यह बैठक 18 फरवरी, 2021 को आयोजित की जाएगी। इस बैठक के दौरान सदस्य देश COVID-19 संकट पर चर्चा करेंगे। इस बैठक में भाग लेने के लिए पाकिस्तान को भी आमंत्रित किया गया है। मार्च 2020 में सार्क क्षेत्र के राष्ट्राध्यक्षों के एक वीडियो सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोनावायरस आपातकालीन निधि COVID-19 संकट का भी प्रस्ताव किया था।
COVID-19 महामारी की प्रतिक्रिया के लिए सार्क सदस्यों द्वारा कोरोनावायरस आपातकालीन निधि की स्थापना की गई थी। दक्षिण एशियाई क्षेत्र में COVID-19 महामारी से जुड़े जोखिमों को कम करने के उद्देश्य से यह आपातकालीन निधि बनाई गई थी। भारत ने निधि के लिए 10 मिलियन का योगदान करने का प्रस्ताव दिया था।
भारत सबसे ज्यादा टीकाकरण करने वाला देश बनकर उभरा है। इसलिए, भारत स्वदेशी रूप से विकसित COVID-19 टीकों को उपहार के रूप में या वाणिज्यिक रूप से देशों को उपलब्ध कराने में भी सबसे आगे है। भारत ने हाल ही में अफगानिस्तान को COVID-19 टीकों की पांच लाख खुराक, बांग्लादेश को 20 लाख खुराक, म्यांमार को 17 लाख खुराक, श्रीलंका को पांच लाख खुराक, भूटान को 1.5 लाख खुराक, मॉरीशस और मालदीव के प्रत्येक को एक लाख खुराक का तोहफा दिया है।
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दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) दक्षिण एशिया में स्थित देशों का एक समूह हैं। जिसमें भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, मालदीव, भूटान, श्रीलंका और नेपाल जैसे देश शामिल हैं। इसकी स्थापना 8 दिसंबर 1985 को हुई थी। इसका मुख्यालय काठमांडू, नेपाल में है। सार्क देशों की कुल संख्या 8 हैं।
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