भारत और बंग्लादेश दोनों एक बेहतर पड़ोसी मित्र देश है। दोनों देशों में काफी समन्वय एवं समानता भी है। बंग्लादेश की पाकिस्तान से आजादी में भारत ने ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 1971 के युद्ध से बंग्लादेश स्वतंत्र हुआ था।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने संयुक्त रूप से चिलहटी-हल्दीबाड़ी रेल लिंक को शुरू किया। दोनों देशों के बीच इस सेवा के शुरू होने से रिश्तों की डोर और मजबूत होने की संभावना है। खबरों के अनुसार, दोनों देशों के बीच ढाका से सिलीगुड़ी तक पैसेंजर ट्रेन चलाने की भी योजना है।
बांग्लादेश के पेत्रापोल-बेनापोल सीमा से भारत में प्रवेश करेगी और उत्तर बंगाल के चिलहटी-हल्दीबाड़ी सीमा से निकलेगी। सिलीगुड़ी से चलने वाली ट्रेन चिलहटी, दोमार, तोरनबाड़ी, निल्फामाड़ी, सईदपुर, दर्शना, परबतीपुर और हल्दीबाड़ी से पार निकलने के बाद ट्रेन बेनापोल-पेत्रापोल होते हुए सियालदह पहुंचेगी। खबरों के अनुसार, हल्दीबाड़ी स्टेशन से अंतरराष्ट्रीय सीमा साढ़े 4 किलोमीटर दूर है। वहीं बांग्लादेश से चिलहटी सीमा साढ़े 7 किलोमीटर दूर है।
मैत्री एक्सप्रेस और बंधन एक्सप्रेस नाम से दो ट्रेनें पहले से चलती है। मैत्री एक्सप्रेस का परिचालन कोलकाता से ढाका के बीच जबकि बंधन एक्सप्रेस कोलकाता से खुलना शहर के बीच चलती है।
TheEdusarthi.com टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं। Subscribe to Notifications