बांग्लादेश ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अगले वर्ष 26 मार्च को देश की स्वतंत्रता की 50वीं वर्षगांठ के समारोह में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया है। यह जानकारी बंगलादेश के विदेश मंत्री डॉक्टर ए के अब्दुल मोमेन ने ढाका में उस समय दी जब भारत के नवनियुक्त उच्चायुक्त विक्रम दोराईसवाई ने उनसे भेंट की।
डॉक्टर मोमेन के अनुसार, बंगलादेश और भारत अगले वर्ष बंगलादेश की स्वतंत्रता की 50वीं वर्षगांठ मिलकर मनायेंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रधानमंत्री मोदी ढाका में आयोजित समारोह में हिस्सा लेंगे।
बांग्लादेश का स्वतंत्रता दिवस 26 मार्च को मनाया जाता है। इस दिन बांग्लादेश में राष्ट्रीय अवकाश रहता है। इस अवसर पर बांग्लादेश में स्वतंत्रता दिवस परेड, राजनीतिक भाषणों, मेलों, संगीत समारोह के साथ बांग्लादेश की परंपराओं पर आधारित उत्सव मनाये जाते है। टीवी और रेडियो स्टेशनों में विशेष कार्यक्रमों और देशभक्ति के गीतों का प्रसारण किया जाता है।
बंगबंधु के नाम से प्रसिद्ध शेख मुजीबुर्रहमान द्वारा 25 मार्च 1971 की मध्य रात्रि को पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी की घोषणा की। शेख मुजीबुर्रहमान बांग्लादेश के प्रथम राष्ट्रपति बने और बाद में प्रधानमंत्री भी। उसी समय से 26 मार्च को बांग्लादेश का स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है।
पाकिस्तानी सेना के अत्याचार एवं उत्पीड़न से बचाने के लिए बांग्लादेश युद्ध में भारत ने बांग्लादेश का साथ दिया था।
इस समय भारत की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थी। जिन्हें भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री होने का गौरव प्राप्त है।
बांग्लादेश के संस्थापक होने के नाते शेख मुजीबुर्रहमान को बंगलादेश का जनक कहा जाता है। वे अवामी लीग के अध्यक्ष थे। पाकिस्तान के खिलाफ सशस्त्र संग्राम की अगुवाई करते हुए बांग्लादेश को मुक्ति दिलाई। वे बांग्लादेश के प्रथम राष्ट्रपति बने और बाद में प्रधानमंत्री भी बने। वे ‘शेख मुजीब’ के नाम से भी प्रसिद्ध थे। उन्हें ‘बंगबन्धु’ की पदवी से सम्मानित किया गया था।
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