भारत सरकार की सबसे बड़ी मैन पॉवर वाली संस्था रेलवे है जिसके आधुनिकीकरण के लिए एक महत्वूपर्ण कदम उठाया गया है।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वी. के. यादव को बोर्ड का पहला सीईओ भी बनाया गया है। मंत्रिमंडल की नियुक्ति मामलों की समिति ने इस नियुक्ति की मंजूरी दे दी है। रेलवे के इतिहास में यह पहला मौका है जब सीईओ का पद सृजित किया गया है। वी.के. यादव चेयरमैन एवं सीईओ दोनो का पद संभालेंगे।
वी. के. यादव को जहां रेलवे बोर्ड का चेयरमैन और सीईओ बनाया गया है वहीं प्रदीप कुमार (इन्फ्रास्ट्रक्चर), पीसी शर्मा (ट्रैक्शन एंड रोलिंग स्टॉक), पीएस मिश्रा को ऑपरेशंस एंड बिजनस डेवलपमेंट और मंजुला रंगराजन (फाइनेंस) को मेंबर बनाया गया है।
मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति के अनुसार इसके तहत रेलवे बोर्ड में तीन पदों सदस्य (स्टाफ), सदस्य (इंजीनियरंग और सदस्य), (सामग्री प्रबंधन) को समाप्त कर दिया गया है। सदस्य पद (रोलिंग स्टॉक) का उपयोग शीर्ष स्तर पर महानिदेशक (मनव संसाधन) पद सृजित करने में किया गया।
नोट:
*वर्तमान रेल मंत्री पियुष गोयल है।
*इनका पुरा नाम विनोद कुमार यादव है।
*विनोद कुमार यादव रेलवे बोर्ड के चेयरमैन के साथ—साथ सीईओं का पद भी संभालेंगे।
*सीईओ का पुरा रूप मुख्य कार्यकारी अधिकारी/चीफ इक्जीक्यूटीफ आफिसर होता है।
*रेलवे का कार्य देश में यात्रा और माल ढुलाई को सुगम बनाना है।
*यह देश की सबसे बड़ी सरकारी नियोक्ता संस्था है।
*2011 के आंकड़ों के अनुसार रेलवे के पास 1.4 मिलियन कर्मचारी है।
*इसका मुख्यालय रेल भवन, रायसीना रोड़, नई दिल्ली में स्थित है।