भारत ने एक ऐसी बैलिस्टिक मिसाइल तैयार की है जिसका जवाब चीन के किसी भी बैलिस्टिक मिसाइल के पास नहीं है। यह सिस्टम जब तक युद्ध के मैदान में तैनात रहेगा तब तक भारत के दुश्मन हार के सिवाय कुछ सोच भी नहीं सकेंगे। भारत -पाकिस्तान की पुरानी दुश्मनी और चीन की वर्तमान में पैतरेबाजी ने शीत युद्ध जैसे हालात बनाएं हुए है।
ऐसे में भारत के रक्षा अनुसंधान संगठन और भारतीय सेनाएं अपनी मजबूती के लिए मिसाइल से लेकर विमान तक खुद बना भी रही है और जरूरत पड़ने पर मित्र दिेशों से खरीद भी रही है। भारत इस हालात में अपनी मजबूती के लिए सारे उपाय कर रहा है। इसी कड़ी में भारत में सूर्या मिसाइल का परीक्षण किया। यह मिसाइल भारत की अग्नि—6 मिसाइल से भी ताकतवर है। जिसने चीन की नींद उड़ा रखी है।
विशेषताएं
- सूर्या भारत के द्वारा विकसित की गई इंटर कांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है।
- इस मिसाइल की लंबाई 40 मीटर एवं व्यास 1.1 मीटर और लांचिंग के समय वजन 70 हजार किलो था।
- इसका प्रणोदन/प्रोपल्सन का पहला दूसरा चरण/स्टेज ठोस है एवं तीसरा द्रव है।
- इस मिसाइल की स्पीड 35,526 किलोमीटर/घंटा या 29 मैक है।
- इस मिसाइल की आपरेशल रेंज 12 हजार-16 हजार किलोमीटर तक है।
- इस मिसाइल को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन Defence Research and Development Organisation ने तैयार किया है।
- इंटर कांटिनेटल बैलिस्टिक मिसाइल एक गाइडेड मिसाइल है अर्थात जिस एरिया/वस्तु को टारगेट कर दिया जाएगा उसका मटियामेट/समाप्त होना निश्चित है।
- इस मिसाइल की न्यूनतम रेंज 5500 किलोमीटर है।
एक नजर में
- रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
- अग्नि-6 की रेंज 11 हजार-12 हजार किलोमीटर है।
- सूर्या मिसाइल की रेंज 12 हजार-16 हजार किलोमीटर तक है।
- चीन की सबसे आधुनिक एवं ताकतवर बैलिस्टिक मिसाइल डीएफ—41 की रेंज 1200— 1500 किलोमीटर ही है।
- मैक स्पीड मापने का पैमाना होता है।
आईसीबीएम का पुरा रूप इंटर कांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है।