भारत सरकार के खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग ने देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए “हनी मिशन योजना” की शुरूआत की है। इसके तहत प्रवासी श्रमिकों के लिए उनके अपने इलाकों में ही रोजगार की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस कार्यक्रम के तहत सुक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्यमंत्री प्रताप चन्द्र सारंगी ने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर और सहारनपुर में 25 अगस्त 2020 को 70 प्रवासी श्रमिकों को मधुमक्खी पालन के 700 बक्से वितरित किए।
ग्रामोद्योग विभाग ने इन किसानों को मधुमक्खी पालन की ट्रेनिंग/प्रशिक्षण पुरी कराई है। सरकार के इस कदम में देश में शहद का उत्पादन बढ़ेगा और किसान आत्मनिर्भर हो सकेंगे। रोजगार में वृद्धि होगी। किसानों, मधु/शहद का व्यापार करने वाले और रोजगार की तलाश करने वाले युवाओं के हौसलें को पंख लगेंगे।
मंत्रालय के अनुसारी ग्रामोद्योग विभाग उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हिमाचल, जम्मू—कश्मीर, असम, अरूणाचल प्रदेश और त्रिपुरा को मधुमक्खी पालन में प्रयोग होने वाले 1 लाख 35 हजार बक्से वितरित किए जा चुके है।
वर्ष 2017—18 और 2019—20 के बीच के.वी.आई.सी. द्वारा 1 लाख 29 हजार 4 सौ उनहतर मधुमक्खी बॉक्स वितरित किया गया है और इस बीच 13 हजार 66 व्यक्तियों को प्रशिक्षण दिया गया है।
प्रशिक्षण प्रदान करने वाले जिले/शहर
मधुमक्खी पालन के प्रशिक्षण बिहार के औरंगाबाद जिला और शेखपुरा जिला में, असम के चरैडो जिला, छत्तीसगढ़ जिला, नई दिल्ली के दिलशाद गार्डेन के पास नई दिल्ली, गुजरात के अहमदाबाद सिटी में, हरियाणा के झज्जर, रोहतक, फरीदाबाद, हिसार, करनाल, कैथल कुरूक्षेत्र, अम्बाला, सिरसा और सोनीपत में, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में, जम्मू—कश्मीर के पंपोर पुलवामा में एवं कठुआ में, कर्नाटक के बंगलौर सिटी में, मध्य प्रदेश के भोपाल शहर में, महाराष्ट्र के नागपुर शहर, मुंबई शहर, उसमानाबाद जिला के न्यूटेस्ट, पूणे शहर में, उड़ीसा के भुवनेश्वर शहर में, पंजाब के फतेहगढ़ जिला एवं लुधियाना सिटी में, राज्स्थान के हनुमानगढ़ जिले के रावतसार एवं संगरिया में, तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले में, उत्तर प्रदेश के चंदौली शहर में, शामली में, पीलिभित्त, लखनऊ एवं वाराणसी, इलाहाबाद/प्रयागराज शहर में, उतराखंड के नैनीताल में, पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में प्रशिक्षण केन्द्र स्थित है।
शहद/मधु/हनी
शहद मीठा, चिपचिपा एवं अर्धतरल पदार्थ है। यह मधुमक्खियों द्वारा पौधों में स्थित मकरन्दकोश से स्त्रावित रस से तैयार होता है। शहद में मीठापन ग्लुकोज एवं फ्रक्टोज के कारण होता है। भोजन में इसका इस्तेमाल काफी फायदेमंद होता है। शहद के जरिए अनेक बिमारियों का इलाज भी किया जाता है।
नोट:
हनी मिशन को भारतीय स्वीट क्रांति कहा जाता है।
इस मिशन को खादी एवं ग्राम उद्योग आयोग/विभाग द्वारा चलाया जा रहा है।
यह विभाग सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के तहत कार्य करेगा।
बिहार में गांधी मैदान के पूर्व में महेश भवन में खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग का कार्यालय है।