भारतीय खिलाड़ियों को ट्रेनिंग/प्रशिक्षण देनें वाले कोचों का कार्यकाल अब चार साल निश्चित कर दिया गया है। ये कोच भारतीय या विदेशी हो सकते है। केन्द्रीय खेल मंत्री किरण रिजीजू ने इसकी घोषणा की। किरण रिजीजू के अनुसार यह फैसला देश में उभरते खिलाड़ियों के बेहतर प्रशिक्षण के लिए लिया गया है, इससे ओलंपिक्स, पारा ओलंपिक्स, एशियाई इत्यादि खेलों में भारत को ज्यादा पदक हासिल हो सकेंगे। 2024 और 2028 में आयोजित होने वाले ओलंपिक्स खेलों के लिए यह कदम उपयोगी साबित होगा। 2022 का वींटर ओलंपिक्स बीजिंग में, 2024 का समर/ग्रीष्म ओलंपिक पेरिस में आयोजित होगा।
भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष डॉ. नरेन्द्र ध्रुव बतरा ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि पहले बार—बार कोच बदलने से खिलाड़ियों के खेल पर बुरा असर पड़ता था। टोक्यों ओलंपिक्स 2020 को अगले साल तक स्थगित किण् जाने के बाद सभी विदेशी प्रशिक्षकों का कांट्रेक्ट अगले साल 30 सितंबर तक बढ़ा दिया गया है।