21 जून और सूर्य से संबंधित वनलाइनर सीरिज
June 21, 2020
चाय वाले की बेटी बनी भारतीय वायुसेना में पायलट
June 22, 2020

समत्वम् योग उच्यते अर्थात अनुकूलता—प्रतिकूलता, सफलता—विफलता, सुख—दु:ख हर परिस्थिति में समान रहने/अडिग रहने का नाम ही योग है। यह तन—मन, कार्य और विचार तथा मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य स्थापित करने का एक माध्यम है।

मनाने की शुरूआत

प्रतिवर्ष 21 जून को 2015 से योग दिवस (Yoga Day) मनाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण में योग दिवस मनाएं जाने की घोषणा की थी। जिसे 177 सदस्य देशों ने अपना समर्थन दिया था। जिसके बाद 21 जून 2015 से प्रतिवर्ष योग दिवस मनाया जाता है।

आज 21 जून 2020 को पूरे विश्व में छठा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। योग एक रहने, संतुलित रहने और खुश रहने की प्रक्रिया है, यह व्यक्ति को शारीरिक एवं मानसिक रूप से मजबूत बनाता है, आपसी दूरियों को कम करता है। योग किसी भी उम्र, समाज, परिवार, धर्म का व्यक्ति कर सकता है। योग करने के लिए किसी मशीन एवं संशाधन की आवश्यकता नहीं पड़ती है। इस वर्ष योग दिवस की थीम/विषय घर पर योग और परिवार के साथ योग/Yoga at home and yoga with family है।

       वर्ष                        थीम/विषय
2015           समानता और शांति के लिए योग /yoga for harmony and peace
2016           युवाओं का जुड़ाव /Connect the youth
2017           स्वास्थय के लिए योग /yoga for health
2018           शांति के लिए योग/ yoga for peace
2019           ह्रदय के लिए योग/ yoga for heart
2020           घर पर योग और परिवार के साथ योग/Yoga at home and yoga with family

कोरोना महामारी और योग

कोरोना महामारी के कारण पूरे विश्व में इस बार योग/मेडिटेशन डिजिटली माध्यमों पर या कम संख्या में एकजुट होकर मनाया गया। योग मानव की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करता है। योग की अनेक विधियां और आसन है जो हर उम्र के व्यक्ति के लिए अलग—अलग हो सकती है, बिमार व्यक्ति के लिए अलग—अलग योगासन है। जैसा कि कोरोना वायरस मानव के श्वसन तंत्र पर आक्रमण कर उसे निष्प्रभावी कर देता है जिसका इलाज/बचाव योग एवं प्राकृतिक खाद्य पदार्थो से बने उत्पादों से काफी हद तक संभव है।
स्वामी विवेकानन्द जी कहा करते थे एक आदर्श व्यक्ति वह होता है जो नितांत निर्जन में भी ​सक्रिय रहता है और अधिक गतिशीलता में सम्पूर्ण शांति का अनुभव करता है। किसी भी व्यक्ति के लिए योग बहुत बड़ी शक्ति प्रदान करता है जो विपरीत परिस्थितियों में संतुलित रखता है।

कुछ प्रमुख योगासन 

ताड़ासन, वृक्षासन, कपालभाती, सूर्य नमस्कार, त्रिकोणासन, भुजंगासन, पवनमुक्तासन, नौकासन, अधोमुखशन, हलासन,  सुखाशन, अर्धचन्द्रासन इत्यादि।

योग शिक्षा प्रदान करने वाले विश्वविद्यालय

  • महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय जबलपुर,मध्य प्रदेश
  • पतंजली विश्वविद्यालय, उत्तराखंड
  • इण्डियन इंस्टिटयूट आफ योगिक साइंस एंड रिसर्च भुवनेशवर
  • बिहार स्कूल आफ योगा,मुंगेर बिहार
  • मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योगा संस्थान दिल्ली इत्यादि।

एक नजर में

  •   भारतीय महर्षि पतंजली(Patanjali) योग के जनक है।
  • 21 जून को वर्ष का सबसे बड़ा दिन होता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *