अनमोल नारंग ने रचा इतिहास
भारतीय अमेरिकी मूल की अमेरिकी नागरिक अनमोल नारंग अमेरिकी मिलिट्री अकादमी से ग्रेजुएट होने वाली पहली सिख महिला बनी है, ये सेकेंड लेफ्टिनेंट का पदभार संभालेंगी।
नारंग की पहली तैनाती जनवरी 2021 में जापान के ओकीनावा में होंगी। यहाँ अमेरिकी वायुसेना का एयरबेस है। इनका परिवार 2 पीढ़ियों से अमेरिका के जार्जिया में रह रहा है। इन्होंने वेस्ट प्वॉइंट मिलिट्री अकादमी से नाभिकीय इंजीनियरिंग में चार साल की डिग्री हासिल की है। ये एयर डिफेंस सिस्टम के क्षेत्र में कार्य करेंगी। इस कोर्स को पूरा करने के बाद ओक्लोहोमा के फोर्ट सिल से इन्हें बेसिक आफिसर लीडरशिप कोर्स पूरा करना होगा। ग्रेजुएशन सेरेमनी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी मौजूद थे।
जब नारंग पढ़ाई के समय पर्ल हार्बर नेशनल मेमोरियल होनोलुलू, हनोई सपरिवार घुमने गई थी तब से ही इन्होंने ठान लिया कि अब तो मिलिट्री सेवा में ही जाऊंगी। ग्रेजुएशन सेरेमनी संपन्न होने के बाद इन्होंने सिख समुदाय का आभार जताया। इनके दादा भारतीय सेना में सैनिक थे।
गैर अमेरिकन के प्रति अमेरिकी नीति
1987 में अमेरिकी कांग्रेस ने एक कानून पास कर सिख और कुछ अन्य धार्मिक समुदायों के लिए कुछ पाबंदियां लगाई थी जैसे सिख दाढ़ी नहीं रख सकते थे। अमेरिका जैसे आधुनिक एवं खुले विचारों वाले देश में 218 साल बाद ऐसा देखने को मिलेगा जब कोई गैर अमेरिकन महिला को इतने बड़ा पद मिलेगा। 1851 से न्यूयार्क से प्रकाशित न्यूयार्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी सेना में 1925 के बाद रंगभेद बढ़ने लगा था। सेना में अधिकतर अधिकारी एक विशेष वर्ग से चुनकर जाते थे।
हालांकि अब इसमें काफी सुधार हो चुका है।
अमेरिका में सिख समुदाय
अमेरिका में लगभग 5 लाख सिख समुदाय के लोग रहते है।