समृद्ध खेती, समृद्ध किसान
केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के अनुसार प्रधानमंत्री सिंचाई योजना पर ड्रॉप मॅर क्राप योजना चालु की गई है। “पर ड्राप मॅर क्राप” का मतलब कम सिंचाई अधिक फसल उत्पादन। इसमें सिंचाई की छिड़काव विधि अपनाई जाती है। इसके तहत चालु वित्त वर्ष के दौरान राज्यों के लिए चार हजार करोड़ रूपये का आवंटन किया गया है। सरकार की मंशा इससे कृषि में सूक्ष्म प्रौद्योगकी को बढ़ावा देना है। मंत्रालय ने नाबार्ड केे तहत 5 हजार करोड़ रूपये का एक सूक्ष्म सिंचाई कोष भी बनाया है। अब तक इस कोष से तमिलनाडु को 479 करोड़ रूपये और आंध्र प्रदेश को 616 करोड़ रूपये आवंटित/भेजें जा चुके है।
मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2015—16 से 2019—20 तक 47 लाख हेक्टेयर भूमि के लिए सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध कराई जा चुकी है। किसानों के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, मृदा प्रशिक्षण योजना, कृषि सिंचाई योजना,प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना इत्यादि चल रही है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरूआत जुलाई 2015 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करकमलों से हुई थी।
ड्रिप सिंचाई
ड्रिप सिंचाई में खेत की क्यारियों में पाइप सिस्टम से पूरे खेत में जमीन से थोड़े ऊपर से बारीश की तरह पानी का छिड़काव कराया जाता है यह पद्धति इजरायल में सर्वाधिक प्रसिद्ध है।
कृषि मंत्रालय के बारे में
भारत सरकार के कृषि मंत्रालय की स्थापना 1947 में हुई थी। नरेन्द्र सिंह तोमर वर्तमान में इस मंत्रालय के केन्द्रीय मंत्री है। इसके अधीन कई संस्थाएं कार्य करती है। जैसे— कृषि एवं सहकारिता, पशुपालन एवं डेयरी , राष्ट्रीय बीज निगम इत्यादि।
किसान कॉल सेंटर नंबर है— 1800 180 1551