भारत के महान हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह सीनियर का 25 मई 2020 को निधन हो गया। वे 95 साल के थे। वे पिछले दो सप्ताह से कई स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। उनके परिवार में बेटी सुशबीर और तीन बेटे कंवलबीर, करणबीर और गुरबीर हैं। उनका पिछले कई दिनों से मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में इलाज चल रहा था।
तीन बार जीता हॉकी का ओलंपिक गोल्ड
बलबीर सिंह सीनियर भारत के इकलौते ऐसे खिलाड़ी थे, जो कि तीन बार ओलंपिक गोल्ड मेडल विजेता टीम के सदस्य रहे थे। वे लंदन (1948), हेलसिंकी(1952) और मेलबर्न (1956) ओलिंपिक में गोल्ड जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। उन्हें अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक कमेटी ने आधुनिक ओलंपिक इतिहास के 16 महानतम खिलाड़ियों में शामिल किया था। वे इस सूची में शामिल होने वाले, देश के इकलौते खिलाड़ी थे।
पद्मश्री हासिल करने वाले देश के पहले खिलाड़ी
बलबीर सिंह सीनियर को साल 1957 में पद्मश्री दिया गया था। तब यह पहला मौका था, जब किसी खिलाड़ी को यह सम्मान मिला था। वे साल 1975 में इकलौता हॉकी वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के मैनेजर थे।
बलबीर सिंह का रिकॉर्ड आज भी कायम
हेलसिंकी ओलंपिक में बलबीर सिंह सीनियर ने पूरे टूर्नामेंट में 13 गोल किए। इनमें से सेमीफाइनल में ब्रिटेन के खिलाफ हैट्रिक दागी थी। वहीं फाइनल में भारत ने नीदरलैंड्स को 6-1 से हरा दिया। इनमें से बलबीर सिंह सीनियर ने 5 गोल अकेले दागे थे। ये फाइनल में एक खिलाड़ी द्वारा सबसे ज्यादा गोल का रिकॉर्ड है जो आज तक कायम है।
बलबीर सिंह पर फिल्म भी बन चुकी है
साल 2018 में आई अक्षय कुमार की फिल्म ‘गोल्ड’ बलबीर सिंह के जीवन पर ही आधारित थी। उसमें बलबीर का किरदार सनी कौशल ने निभाया था।