आंध्र प्रदेश के तटीय शहर विशाखापत्तनम में LG Polymers प्लांट से 7 मई 2020 को जहरीली गैस लीक होने से हुए हादसे में अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोग बीमार हैं। यह कौन सी गैस है जो इतनी जहरीली है? कितनी घातक है यह गैस? जिस प्लांट से गैस लीक हुई, उसमें क्या बनता है और उसमें इस गैस का क्या इस्तेमाल है? आइए आपको बताते हैं इन सभी सवालों के जवाब।
एथनीलबेन्जीन या स्टीरीन गैस के लीक होने से हादसा
सबसे पहले बात करते हैं गैस की। जो केमिकल लीक हुआ है वह स्टीरीन है जिसे एथनीलबेन्जीन भी कहा जाता है। यह एक ऑर्गेनिक कंपाउंड है। यह एक सिन्थेटिक केमिकल है जो रंगहीन लिक्विड के रूप में दिखता है। हालांकि, काफी समय से इस गैस को रखा जाए तो यह हल्के पीले रंग की दिखती है। स्टीरीन बहुत ही ज्वलनशील होती है और जब यह जलती है तो बहुत ही जहरीली गैस रिलीज करती है। स्टीरीन का इस्तेमाल मुख्य तौर पर पॉलिस्टिरीन प्लास्टिक बनाने में किया जाता है।
कितनी खतरनाक है यह गैस
इस गैस की चपेट में आने से सेन्ट्रल नर्वस सिस्टम बुरी तरह खराब हो सकता है। सुनने की क्षमता भी खत्म हो सकती है और दिमागी संतुलन खत्म हो सकता है। बाहरी वातावरण में आने के बाद स्टीरीन ऑक्सिजन के साथ आसानी से मिक्स हो जाती है। नतीजतन हवा में कार्बन मोनो ऑक्साइड की मात्रा बढ़ने लगती है। इसके संपर्क में आने के बाद लोगों के फेफड़ों पर बुरा असर पड़ता है और वे घुटन महसूस करने लगते हैं। यह गैस बाद में दिमाग और रीढ़ की हड्डी पर भी असर डालती है। इस वजह से गैस के संपर्क में आने वाले स्थानीय लोग सड़कों पर इधर-उधर गश खाकर गिर पड़े। कुछ डॉक्टरों ने बताया कि स्टीरीन न्यूरो-टॉक्सिन गैस है, जिसके संपर्क में आने के बाद सांस लेने में दिक्कत होती है। इससे 10 मिनट के भीतर प्रभावित व्यक्ति की मौत हो सकती है।
एलजी पॉलिमर्स के प्लांट से लीक हुई गैस
यह गैस साउथ कोरियन कंपनी LG Polymers के प्लांट से लीक हुई। इस प्लांट में पॉलिस्टीरीन बनाई जाती है यानी ऐसी प्लास्टिक जिसका खिलौनों, तमाम उपकरणों, इलेक्ट्रिक फैन के ब्लेड्स से लेकर कप, कल्टरी और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स को रखने वाले कंटेनर जैसी चीजों को बनाने में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है। प्लांट में स्टीरीन गैस का इस्तेमाल इसी प्लास्टिक को बनाने के लिए हो रहा था। यह प्लांट विशाखापत्तनम शहर के बाहरी हिस्से में स्थित है।
5-5 हजार टन के 2 टैंकों से लीक हुई गैस
विशाखापत्तनम के बाहरी हिस्से में नायडू थोटा इलाके में एलजी का वह प्लांट है, जहां से गैस लीक हुई। खबरों की मानें तो प्लांट में बने 5-5 हजार टन के 2 टैंकों से गैस लीक हुई। मार्च में लॉकडाउन लागू होने के बाद से ही टैंकों की देखभाल के लिए वहां कोई तैनात नहीं था।