अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारत की विकास दर 1.9% निर्धारित की है। IMF का यह भी कहना है कि भारत 2021-22 में 7.4% की वृद्धि दर के साथ इस मंदी से उबर जाएगा। जबकि, वैश्विक अर्थव्यवस्था 5.8% से दर से आगे बढ़ेगी। आईएमएफ ने भविष्यवाणी की है कि भारत, चीन, मलेशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, फिलीपींस और वियतनाम जैसे देशों में ही विकास दर में वृद्धि होगी।
कई देशों की माइनस में जाएगी अर्थव्यवस्था
इस रिपोर्ट के अनुसार दुनिया की अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को घटती विकास दर का सामना करना पड़ेगा। फ्रांस में अर्थव्यवस्था -7.2%, ब्रिटेन में -6.5%, जर्मनी में -7%, इटली में -9.1% की दर से बढ़ेगी। नकारात्मक विकास दर का सीधा संबंध COVID-19 वायरस के प्रसार से है।