सेना भी कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई के लिए तैयार है। सेना प्रमुख जनरल मनाेज मुकुंद नरवणे ने 27 मार्च, 2020 को ऑपरेशन नमस्ते लाॅन्च किया। सभी जवानाें की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। दाे माेर्चाें पर बंदोबस्त किए गए हैं। पहला, 13 लाख जवानाें काे संक्रमण से बचाना और दूसरा, संक्रमित लाेगाें काे क्वारेंटाइन कर इलाज सुनिश्चित करना। सेना प्रमुख ने सीमा पर तैनात जवानाें काे आश्वासन दिया है कि महामारी के इस समय में उनके परिवाराें का ध्यान रखा जाएगा।
पूरी योजना युद्ध स्तर की तैयारी को देखते हुए बनाई गई है। 24 घंटे के नोटिस पर सेना कहीं भी पहुंच जाएगी। 4 से 6 घंटे के बीच सुसज्जित अस्पताल समेत पूरी व्यवस्था जमीन पर उतारी जा सकती है। 30 घंटे में सेना 8 लाख मरीज संभालने के लिए मॉड्यूलर अस्पताल बना सकती है। वहां सर्जरी की भी सुविधा होगी। रक्षा सेना मेडिकल सेवा के महानिदेशक और ले. जनरल अनूप बनर्जी के अनुसार सेना को इस महामारी से निबटने में लगाया जाता है ताे हमारी पूरी तैयारी है। सेना के पास पर्याप्त पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट हैं। ऐसे और भी उपकरण खरीदने की योजना तैयार है। तीनों सेनाएं चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के तहत एकजुट होकर वायरस से लड़ने के लिए समन्वय कर रही हैं।