कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में 21 दिन का लॉकडाउन है। इस दौरान आम लोगों और खासकर गरीबों को परेशानी न हो, इसके लिए सरकार ने बड़े राहत पैकेज का ऐलान किया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 26 मार्च, 2020 को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्र सरकार के राहत पैकेज का ऐलान किया। पैकेज की मुख्य बातें…
गरीबों को मुफ्त अनाज
हर गरीब को हर महीने 5 किलो गेहूं या चावल मिल रहा था। लेकिन, अब अगले तीन महीने के लिए हर गरीब को अब 5 किलो का अतिरिक्त गेहूं और चावल मिलेगा। यानी कुल 10 किलो गेहूं या चावल उसे मिलेगा। साथ ही 1 किलो दाल भी मिलेगी। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत इस राहत का फायदा 80 करोड़ गरीब लोगों को मिलेगा। 80 करोड़ लोग यानी देश की दो तिहाई आबादी।
किसानों, महिलाओं के खातों में जाएगा सीधा पैसा
किसानों को डायरेक्ट कैश ट्रांसफर के तहत 8.69 करोड़ रुपये की मदद दी जाएगी। किसानों को इसकी पहली किश्त अप्रैल के पहले हफ्ते में जारी की जाएगी। वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि इसका फायदा 8.69 करोड़ किसानों काे मिलेगा। वहीं, महिला जनधन खाताधारकों को अगले तीन महीने तक 500 रुपये हर महीने दिए जाएंगे। इसका फायदा 20 करोड़ महिलाओं को मिलेगा। जबकि, बुजुर्ग, दिव्यांग और विधवाओं को अगले तीन महीने के लिए दो किश्तों में 1000 रुपये की मदद दी जाएगी। तीन करोड़ लोगों को इसका फायदा होगा। मनरेगा में मजदूरी 182 से बढ़ाकर 202 रुपये कर दी गई है।
हेल्थ वर्कर्स को मेडिकल इंश्योरेंस कवर
कोरोनावायरस से निबटने में देश के हेल्थ वर्कर्स की अहम भूमिका को समझते हुए सरकार ने उन्हें अगले तीन महीने के लिए 50 लाख रुपये का मेडिकल इंश्योरेंस कवर देने का फैसला किया है। देशभर में 22 लाख हेल्थ वर्कर्स हैं। 12 लाख डॉक्टर्स हैं।
ईपीएफ में पूरा योगदान सरकार देगी, 75% फंड निकाल सकेंगे
सरकार तीन महीने तक इम्प्लॉई प्रोविडेंट फंड में कर्मचारी और नियोक्ता, दोनों का पूरा योगदान खुद देगी। यानी ईपीएफ में पूरा 24% योगदान सरकार देगी। पीएफ फंड रेग्युलेशन में संशोधन किया जाएगा। 100 से कम कर्मचारियों वाले वे संस्थान जिनके 90% कर्मचारियों की तनख्वाह 15 हजार रुपए से कम हो। देशभर के 80 लाख से ज्यादा कर्मचारियों और 4 लाख से ज्यादा संस्थानों को फायदा होगा। सभी ईपीएफ खाताधारक जमा रकम का 75% या 3 महीने के वेतन में से जो भी कम होगा, उसे निकाल सकेंगे।4.8 करोड़ ईपीएफ खाताधारकों को इसका लाभ मिलेगा।
महिलाओं को मुफ्त सिलेंडर
जिन गरीब महिलाओं को उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन मिले हैं, उन्हें अगले 3 महीने तक मुफ्त गैस सिलेंडर मिलेंगे। गरीबी रेखा से नीचे जीने वाले 8.3 करोड़ परिवारों को, जिनके घर की महिलाओं को उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन मिले हैं।
महिला सहायता समूहों को ज्यादा कर्ज
स्वयं सहायता महिला समूहों से जुड़े परिवारों को पहले बैंक से 10 लाख का कॉलेटरल फ्री कर्ज मिलता था, अब 20 लाख रुपए का कर्ज मिलेगा।इससे 7 करोड़ परिवारों को मिलेगा।
कंस्ट्रक्शन सेक्टर
निर्माण क्षेत्र से जुड़े 3.5 करोड़ रजिस्टर्ड वर्कर, जो लॉकडाउन की वजह से आर्थिक दिक्कतें झेल रहे हैं, उन्हें मदद दी जाएगी। इनके लिए 31000 करोड़ रुपये का फंड है।