अमेरिका ने 20 मार्च, 2020 को परमाणु सक्षम हाइपरसोनिक मिसाइलों का सफल परीक्षण किया। दरअसल, रूस ने दिसंबर 2019 में एक हाइपरसोनिक हथियार का परीक्षण किया था और चीन ने पहले ही अपने DF-17 हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल को प्रदर्शित कर चुका है। इस ग्लाइड व्हीकल ध्वनि की गति से पांच गुना अधिक तेज थी। अमेरिका एंटी बैलिस्टिक मिसाइल संधि से पीछे हट गया है। इसके बाद अब अमेरिका रूसी तट से दूर यूरोप और एशिया में परीक्षण कर सकता है।
अब हाइपरसोनिक और बैलिस्टिक मिसाइल को समझें
हाइपरसोनिक मिसाइलों के प्रक्षेपवक्र को ट्रेस नही किया जा सकता। जबकि, बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रक्षेप पथ को ट्रेस किया जा सकता है। हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल के प्रक्षेपवक्र (trajectory) को पृथ्वी की सतह से 20 से 30 किमी की दूरी पर रखा जाता है और हाइपरसोनिक ग्लाइडर प्रक्षेपवक्र को 40 से 100 किमी की दूरी पर रखा जाता है।