प्रतिवर्ष 20 मार्च को अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस (International Day of Happiness) मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र ने भूटान की पहल पर 20 मार्च को अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस घोषित किया है, जो सकल राष्ट्रीय उत्पाद के ऊपर सकल राष्ट्रीय आनंद की अवधारणा को लगातार महत्त्व देता है। यह दिवस साल 2013 से प्रतिवर्ष विश्व भर में खुशी के महत्व को समझने के लिए मनाया जाता है। पहला अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस 20 मार्च 2013 को मनाया गया था।
विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट 2019 में कहा गया है कि विश्व भर में उदासी, चिंता तथा गुस्से जैसी नकारात्मक भावनाओं में वृद्धि हुई है। पिछले कुछ वर्षों के मुकाबले विश्व की औसत प्रसन्नता दर में भारी कमी आई है। भूटान से ही प्रसन्नता को मापने की अवधारणा शुरू हुई थी। यह रिपोर्ट प्रति व्यक्ति आय, जीडीपी, स्वास्थ्य, सामाजिक सहयोग, आपसी विश्वास, जीवन संबंधी निर्णय लेने की स्वतंत्रता और उदारता जैसे संकेतकों पर तैयार की जाती है। संयुक्त राष्ट्र की विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट 2019 के अनुसार भारत खुशहाल देशों की सूची में पिछले साल के मुकाबले सात स्थान नीचे गिरकर 140वें स्थान पर पहुंच गया है। इस सूची में 156 देशों को शामिल किया गया है, जिसमें फिनलैंड लगातार दूसरी बार शीर्ष पर है।